mpox virus kya hai aur kaise failta hai,
ये mpox virus outbreak का मतलब है कि mpox virus बहुत तेजी से फैलता जा रहा है। कुछ देशों में mpox नियंत्रण से बाहर यानि काबू में नहीं आ रहा है। इसलिए आप भी mpox क्या है? mpox कैसे फैलता है? mpox virus से कैसे बचें? के बारे में पूर्ण जानकारी रखें।
इस ब्लॉग में mpox virus के लक्षण, बचाव और फैलने से रोकने के तरीके के बारे में जानकारी दी गयी है। आप भी इस mpox virus के बारे में पढ़ें और अपने सभी जान – पहचान वालों को पढ़ने के लिए भेज दें।
एमपॉक्स (Mpox) क्या है?
एमपॉक्स एक संक्रामक वायरल रोग है जो मनुष्यों और कुछ अन्य जानवरों में हो सकता है। इसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था।
एमपॉक्स के लक्षण:
- बुखार
- सूजी हुई लिम्फ नोड्स
- दाने जो फफोले में बदल जाते हैं और फिर फूट जाते हैं
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
एमपॉक्स कैसे फैलता है?
- संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क से
- संक्रमित व्यक्ति के दाने या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से
- संक्रमित व्यक्ति के श्वास के माध्यम से (कम आम)
एमपॉक्स से बचाव:
- संक्रमित जानवरों से दूर रहें
- संक्रमित व्यक्ति के दाने या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से बचें
- अच्छे से हाथ धोएं
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
एमपॉक्स का इलाज:
एमपॉक्स के लिए कोई विशिष्ट इलाज नहीं है। आमतौर पर लक्षणों को कम करने के लिए दवाएं दी जाती हैं।
एमपॉक्स के संक्रमण से बचाव के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
एमपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है, लेकिन कुछ सावधानियों के साथ आप इसके संक्रमण से बच सकते हैं।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां दी गई हैं:
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं: अगर आपको पता है कि कोई व्यक्ति एमपॉक्स से संक्रमित है, तो उससे जितना हो सके उतनी दूरी बनाएं।
- शारीरिक संपर्क से बचें: संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क से बचें, खासकर उनके दाने या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से।
- व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें:
- बार-बार हाथ धोएं, खासकर साबुन और पानी से।
- संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल की हुई चीजों को साफ करने के लिए दस्ताने पहनें।
- संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बिस्तर आदि को अलग रखें: संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बिस्तर, तौलिए आदि को अलग से धोएं और उन्हें उच्च तापमान पर सुखाएं।
- खांसी या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें: अगर आपको खांसी या छींक आ रही है, तो अपने मुंह और नाक को टिशू या कोहनी से ढक लें।
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें: जब तक जरूरी न हो, भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- स्वास्थ्य कर्मचारियों के निर्देशों का पालन करें: अगर आपको एमपॉक्स के बारे में कोई चिंता है, तो अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मचारी से संपर्क करें और उनके निर्देशों का पालन करें।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- टीकाकरण: चेचक का टीका एमपॉक्स के खिलाफ कुछ सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
- जानवरों से सावधान रहें: कुछ जानवर एमपॉक्स वायरस को ले जा सकते हैं, इसलिए जंगली या पालतू जानवरों के साथ संपर्क करते समय सावधान रहें।
- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें: एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से आपकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, जिससे आप बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ पाएंगे।
एमपॉक्स का इलाज कैसे किया जाता है?
दुर्भाग्य से, एमपॉक्स के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवा नहीं है। इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को कम करने पर केंद्रित होता है।
एमपॉक्स का इलाज कैसे किया जाता है, इस पर एक नज़र डालते हैं:
- लक्षणों का प्रबंधन:
- बुखार: बुखार को कम करने के लिए पैरासिटामोल जैसी दवाएं दी जा सकती हैं।
- दर्द: दर्द को कम करने के लिए दर्द निवारक दवाएं दी जा सकती हैं।
- दाने: दाने को ठीक होने में मदद करने और संक्रमण को रोकने के लिए एंटीसेप्टिक या एंटीवायरल दवाएं लगाई जा सकती हैं।
- तरल पदार्थ: शरीर में पानी की कमी को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लेना महत्वपूर्ण है।
- आराम: शरीर को ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम देना चाहिए।
अस्पताल में भर्ती:
- गंभीर मामलों में, रोगी को अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है, खासकर अगर उन्हें सांस लेने में समस्या हो रही हो या उन्हें अन्य जटिलताएं हो रही हों।
इलाज के दौरान क्या करना चाहिए:
- डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें: डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी दवाएं समय पर लें और अन्य निर्देशों का पालन करें।
- आइसोलेशन: संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए, डॉक्टर के निर्देशानुसार आइसोलेशन में रहें।
- स्वच्छता का ध्यान रखें: बार-बार हाथ धोएं और संक्रमित क्षेत्रों को साफ रखें।
ध्यान दें: एमपॉक्स के इलाज के तरीके व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। इलाज के लिए हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
एमपॉक्स से बचाव के लिए क्या करें:
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं
- शारीरिक संपर्क से बचें
- व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- टीकाकरण (चेचक का टीका कुछ सुरक्षा प्रदान कर सकता है)
भारत में एमपॉक्स की स्थिति क्या है?
भारत में एमपॉक्स के मामलों की संख्या लगातार कम हो रही है और स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, यह जानना महत्वपूर्ण है कि महामारी की स्थिति लगातार बदल सकती है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें जो आपको जाननी चाहिए:
- केस कम हो रहे हैं: भारत में एमपॉक्स के नए मामले बहुत कम आ रहे हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार इस पर नजर रखे हुए हैं।
- सुरक्षा के उपाय: सरकार ने एमपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें यात्रा प्रतिबंध, जांच और निगरानी शामिल हैं।
- जागरूकता अभियान: लोगों को एमपॉक्स के बारे में जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: अगर आपको एमपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। भारत में कई अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र इस बीमारी का इलाज करने के लिए तैयार हैं।
हालांकि स्थिति नियंत्रण में है, फिर भी कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं:
- स्वच्छता का ध्यान रखें: बार-बार हाथ धोएं, खासकर साबुन और पानी से।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं: अगर आपको पता है कि कोई व्यक्ति एमपॉक्स से संक्रमित है, तो उससे जितना हो सके उतनी दूरी बनाएं।
- शारीरिक संपर्क से बचें: संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क से बचें।
- मास्क पहनें: भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करें: सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।
नोट: एमपॉक्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की या सरकारी वेबसाइट पर जा सकते हैं।
- स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट
ध्यान दें: यह जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सकीय सलाह के स्थान पर नहीं ली जानी चाहिए। यदि आपको एमपॉक्स के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आपको एमपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।